राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय उदयपुर में दिनांक 22.02. 2022 को महाविद्यालय की शोध समिति के तत्वावधान में “शोध के नवीन आयाम” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन ऑफलाइन माध्यम से किया गया । कार्यशाला की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. शशि सांचिहर ने की । प्राचार्य के स्वागत उद्बोधन के पश्च्यात समिति प्रभारी डॉ श्याम सुंदर कुमावत ने विषय प्रवर्तन किया । डॉ जुल्फिया शैख़ ने मुख्य वक्ता प्रो. संजय लोढा का परिचय प्रस्तुत किया । कार्यशाला के प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता प्रो. संजय लोढा ने शोध के क्षेत्रों, शोध की समस्याओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए लिब्रलाइजेशन, प्राइवेटाइजेशन, ग्लोबलाइजेशन को समझाया । प्रोफेसर लोढ़ा ने सामाजिक विज्ञान के साथ ही साथ विज्ञान के क्षेत्र में शोध के नवीन आयामो को विस्तार पूर्वक बताया । शिक्षा का वैश्वीकरण, नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति को समझाते हुए शोध के क्षेत्र में गुणवत्ता को आवश्यक माना। शिक्षण एवं शोध का पारस्परिक संबंध बताते हुए उन्होंने शोध की गुणवत्ता को बनाए रखने पर विशेष जोर दिया । उन्होंने शोध हेतु 5 बुनियादी मूल्यों को आवश्यक माना जिसमें शोध का परोपकारी अर्थात् समाज हित में होना ,शोध में झूठे तथ्यों को ना अपनाना, शोध के विषय चयन से पूर्व स्वीकृति, गोपनीयता तथा निजता को शामिल किया । प्रोफेसर लोढ़ा के उद्बोधन के उपरांत डॉ आभा गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
शोध के द्वितीय सत्र के वक्ता डॉ. अजय चौधरी सह आचार्य मीरा कन्या महाविधालय ने शोध में उपयोग होने वाले विभिन्न संखिय्की के सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी दी ।
कार्यशाला का संचालन डॉ अपर्णा कुमावत ने किया । शोध समिति के डॉ सुनील दत्त शुक्ला तथा डॉ. आभा गुप्ता ने तकनीकी विशेषज्ञ की भूमिका निभाई ।
इस कार्यशाला में 76 संकाय सदस्यो तथा शोधार्थियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया
कार्यशाला के अंत में डॉ.सुनीता आर्य ने धन्यवाद ने ज्ञापन किया।