राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय, उदयपुर के बैंकिंग एंड व्यवसायिक अर्थशास्त्र विभाग ने यूजीसी सी ओ सी तथा स्नातकोत्तर परिषद के तत्वावधान में आज 8 फरवरी 2022 को बैंकिंग की अभिनव प्रवृत्तियां विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का प्रारंभ हुआ। कार्यशाला की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य शशि सांचीहर ने की। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के रूप में तरुण टांक निदेशक एम प्रोफेशनल रहे।

कार्यशाला का प्रारंभ विभागाध्यक्ष डॉ नीलम सिंघल के विषय प्रवर्तन व्याख्यान से हुआ। डॉ सिंघल ने वर्तमान परिस्थितियों में बैंकिंग क्षेत्र में हो रहे बदलावों और उसके लिए किस प्रकार से मानव संसाधन को प्रशिक्षित किया जाना है को रेखांकित किया।

प्राचार्य डॉ शशि सांचिहर ने भारतीय आर्थिक परिदृश्य और उसमें बैंकिंग क्षेत्र के योगदान को रेखांकित करते हुए महाविद्यालय द्वारा संचालित किए जा रहे न्यू प्रोस्पेक्टिव इन बैंकिंग के सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्सेज के महत्व को रेखांकित किया।

विषय विशेषज्ञ तरुण टांक ने बैंकिंग क्षेत्र की तेजी से बदलती कार्यप्रणाली और कार्मिकों से अपेक्षा में हो रहे बदलाव को समझाते हुए बैंकिंग क्षेत्र के संरचनात्मक ढांचे से छात्राओं को परिचित करवाया। उन्होंने बैंकिंग क्षेत्र में रोजगार के अवसरों और उन अवसरों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक आधारभूत योग्यताओं एवं गुणों से विद्यार्थियों को परिचित करवाते हुए विद्यार्थियों में बैंकिंग क्षेत्र के प्रति समझ विकसित करने का प्रयास किया।

यूजीसी सी ओ सी समन्वयक डॉ सुरेंद्र यादव ने बताया कि यह कार्यशाला आगामी 9 एवं 10 फरवरी को भी जारी रहेगी जिसमें विद्यार्थियों को एडवांस एक्सल, पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन, एमएस ऑफिस, डाटा एनालिसिस एंड इंटरप्रिटेशन सॉफ्टवेयर की जानकारी प्रदान की जाएगी जो बैंकिंग क्षेत्र में प्रयोग में लाए जाते हैं साथ ही अंतिम दिन विद्यार्थियों को सॉफ्ट स्किल्स तथा व्यक्तित्व विकास के संबंध में आधारभूत जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी।

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