राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय, उदयपुर के बैंकिंग एवं व्यावसायिक अर्थशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित की जा रही तीन दिवसीय कार्यशाला के अंतिम दिन आज विषय विशेषज्ञों द्वारा बैंकिंग क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी के अगले चरण के रूप में तेजी से समाविष्ट होती जा रही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से विद्यार्थियों को परिचित करवाया। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि आने वाला समय व्यक्ति आधारित बैंकिंग के स्थान पर आर्टिफिशल इंटेलिजेंस पर आधारित बैंकिंग का बनता जा रहा है।
कार्यशाला की अंतिम दिन विद्यार्थियों को सूचना प्रौद्योगिकी एवं कंप्यूटर अनुप्रयोग के विभिन्न सॉफ्टवेयर्स की जानकारी उपलब्ध करवाई गई तथा क्रियात्मक सत्रों के माध्यम से विद्यार्थियों को उन सॉफ्टवेयर से परिचित करवाया गया।
विभागाध्यक्ष डॉ नीलम सिंघल ने बैंकिंग कार्य प्रणालियों में तेजी से हो रहे बदलावों तथा भविष्य की बैंकिंग की रूपरेखा पर विस्तृत जानकारी विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाई। डॉ सिंघल का कहना था कि आने वाला समय में बैंकिंग क्षेत्र कार्मिकों के लिए परंपरागत पाठ्यक्रम से प्राप्त ज्ञान पर्याप्त नहीं रह पाएगा हमें विशिष्ट ज्ञान का अर्जन करना ही होगा।
कार्यशाला के समापन सत्र में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ शशि सांचीहर ने विद्यार्थियों से फीडबैक प्राप्त किया एवं भविष्य में महाविद्यालय में संपन्न की जाने वाली शैक्षणिक और सह शैक्षणिक गतिविधियों के संबंध में विद्यार्थियों के साथ से चर्चा की।
अंत में यूजीसी रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ सुरेंद्र यादव ने कार्यशाला का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया एवं डॉ मंजू खत्री ने विषय विशेषज्ञों, विद्यार्थियों एवं महाविद्यालय प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया।