राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय की बी. एससी. तृतीय वर्ष की छात्रा सुश्री लावण्या पुरोहित ने  2 अक्टूबर 2022 को संसद के सेंट्रल हॉल में महात्मा गाँधी और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री माननीय लाल बहादुर शास्त्री की जयंती कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस अवसर पर सुश्री लावण्या पुरोहित ने संसद के सेंट्रल हॉल में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री जी के जीवन और भारत में उनके योगदान पर भाषण दिया। लावण्या ने 3 मिनट के अपने भाषण में कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री माननीय शास्त्री जी ने “जय जवान – जय किसान” का नारा दिया और भारत के भविष्य की प्रगति में आधारशिला बनकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शास्त्री जी ने ‘सादा जीवन – उच्च विचार’ के सिद्धांत पर चलकर देश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने में अपना अमूल्य योगदान दिया। उस समय विषम परिस्थितियों में देश के दृढ़ नेता के तौर पर शास्त्री जी उभरे, जिन्होंने सेना को नई ऊर्जा दी और किसानों को हिम्मत। वे कृषि उत्पादन में आत्मनिर्भरता के महत्व को बेहतर ढंग से समझते थे। 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान अमेरिका द्वारा जब ‘पीएल – 480’ के तहत लाल गेहूँ भारत भेजने की सप्लाई बंद करने की धमकी दी गई तब उन्होंने देशवासियों से भावुक अपील करते हुए कहा था कि हम सभी हफ़्ते में एक वक्त भोजन नहीं करते हुए व्रत करेंगे, जिसकी वजह से देश में गेहूँ की कमी की समस्या हल हो जाएगी। एक वक्त भोजन नहीं करने की शुरुआत उन्होंने अपने परिवार से की और लाखों लोगों ने उनका अनुसरण किया। शास्त्री जी की ‘हरित क्रांति’ ही भारत के 90 के दशक तक आते-आते अनाज के लिए आत्मनिर्भर बन जाने का कारण रही है। आज जब हम विश्व मानचित्र पर प्रगति के पथ पर तेजी से अग्रसर और सफलता के कई मुकाम हासिल करने वाले भारत को देखते हैं तो हम गर्व से कह सकते हैं कि इसमें शास्त्री जी जैसे जन–जन के प्रिय हमारे लोकप्रिय पूर्व प्रधानमंत्री का योगदान अमर है।

संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित कार्यक्रम के इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष माननीय श्री ओम बिड़ला एवं संसद सदस्य उपस्थित थे। लोकसभा अध्यक्ष ने सुश्री लावण्या के विचारों को सुना और उसकी भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्हें जब पता चला कि लावण्या राजस्थान से है तो उनसे उनके घर, परिवार, उदयपुर शहर आदि पर भी चर्चा की। कार्यक्रम के बाद लोकसभा अध्यक्ष माननीय श्री ओम बिड़ला के ट्विटर हेंडल पर उनके द्वारा जारी सन्देश के साथ संसद के सेंट्रल हॉल में बोलते हुए लावण्या पुरोहित का फोटो भी दिया गया। इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों के साथ सुश्री लावण्या को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मिलने का भी अवसर प्राप्त हुआ। 

यह कार्यक्रम लोकतंत्र के लिए संसदीय अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, लोकसभा सचिवालय द्वारा शिक्षा मंत्रालय (स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, उच्च शिक्षा विभाग) और युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय (युवा मामले विभाग) भारत सरकार के समन्वय में आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में देश भर से चुनिंदा 35 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। सुश्री लावण्या इस कार्यक्रम में राजस्थान से भाग लेने वाली एकमात्र छात्रा रही। 

राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. मीना बया ने सुश्री लावण्या पुरोहित की इस उपलब्धि पर कहा कि संसद के सेंट्रल हॉल में लावण्या के उद्बोधन ने न केवल मीरा कन्या महाविद्यालय को बल्कि उदयपुर शहर और सम्पूर्ण राजस्थान का मस्तक गर्व से ऊंचा किया है। महाविद्यालय परिवार अपनी इस बेटी की एतिहासिक उपलब्धि पर गौरवान्वित अनुभव कर रहा हैं। प्राचार्य ने बताया कि मीरा कन्या महाविद्यालय भी सुश्री लावण्या के नई दिल्ली से उदयपुर लौटने पर उसे सम्मानित करेगा।

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