सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग द्वारा शुरू किए गए आई स्टार्ट कार्यक्रम के अंतर्गत मीरा कन्या महाविद्यालय, उदयपुर में इन्क्यूबेशन सेल में कॉलेज शिक्षा राजस्थान एवं DOIT राजस्थान द्वारा मेंटर्स शिक्षक के रूप में डॉ. अजय कुमार चौधरी, सह आचार्य मनोविज्ञान व श्री राजेंद्र आसेरी, सहायक आचार्य को नियुक्त कर प्रशिक्षण दिया गया था। प्राचार्य डॉ. नीलम सिंघल ने बताया कि इन्क्यूबेशन सेल आई स्टार्ट कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के राजकीय व निजी महाविद्यालयों में स्वरोजगार एवं उद्यमिता को प्रेरित करने के उद्देश्य से विभिन्न आइडियाज को छात्राओं द्वारा ऑनलाइन सबमिट किए गए तथा प्रतियोगिता के लिए आइडियाज को विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न स्तरों पर प्रस्तुतीकरण किया गया। संभाग स्तर, जिला स्तर पर DOIT टीम द्वारा श्रेष्ठ आइडियाज को चयनित कर राजस्थान डिजीफेस्ट में मुख्यमंत्री द्वारा सम्मान के लिए आमंत्रित किया।
आई स्टार्ट के नोडल अधिकारी डॉ. अजय कुमार चौधरी ने बताया कि संभाग स्तर पर महाविद्यालय की एम.ए. मनोविज्ञान की छात्रा सुश्री शिवानी ने काउंसलिंग एप का निर्माण करने का आइडिया प्रस्तुत किया। जिस पर उसे संभाग स्तर पर प्रथम पुरस्कार मुख्यमंत्री महोदय द्वारा प्राप्त हुआ।
इस वेबसाईट/एप के माध्यम से लोगो को काउंसलिंग की सुविधा घर बैठे और डॉ. के पास जाकर दोनों प्रकार से उपलब्ध कराई जा सकेगी। उसके लिए उनको एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना होगा और उनसे सम्पर्क करके परामर्श समय तय कर टाइम स्लॉट उपलब्ध कराया जायेगा। इस वेबसाइट में अन्य विकल्प जैसे मनोवैज्ञानिक, मनोचिकित्सिक काउंसलर के सम्पर्क सूत्र भी उपलब्ध रहेंगे। इस वेबसाईट/एप के आइडिया हेतु शिवानी ने संभाग स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया जिसमें पुरस्कार स्वरुप 75000/- रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी ।
महाविद्यालय की एक अन्य छात्रा सुश्री मनीषा कुंवर भांड ने Waste Out of Best द्वारा वातावरण को प्रदुषण से कैसे बचाया जा सकता है, के बारे में अपना आईडिया प्रस्तुत किया उसमें विधवा, तलाकशुदा, जिनके बच्चे नहीं, पारिवारिक तनाव से ग्रसित महिलाओं को निशुल्क प्रशिक्षण से स्वावलम्बी बनाने का प्रयास किया जायेगा । इस काम में पुराने रद्दी प्लास्टिक, कपडे कागज आदि का प्रयोग कर नई कलाकृति द्वारा आकर्षक रूप दिया जाता है जैसे आभूषण, (पत्थर,रस्सी,कपडे के निर्मित डोरमेट, वाल हैंगिंग, खिलौने, वॉलवॉच, आर्टिफीसियल घरेलु वस्तुएं आदि। इसमें निशुल्क प्रशिक्षण द्वारा महिलाओं के लिए रोजगार मिलने की संभावनाओ के आईडिया को जिला स्तर पर तृतीय स्थान प्राप्त हुआ, पुरस्कार स्वरुप 25000/- रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
विश्वविद्यालय की छात्रा नेहा भावसार ने अपना रजिस्ट्रेशन मीरा कन्या महाविद्यालय में डॉ.अजय कुमार चौधरी के मार्गदर्शन में किया। जिसमें नेहा द्वारा ‘विविधा’ के तहत वस्त्रों से बने आभूषणों के बारे में आइडिया प्रस्तुत किया गया। इस आइडिया को ग्रामीण कैटेगरी में जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। जिसमें पुरस्कार स्वरूप 100000/- रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
– प्राचार्य


