दिनांक 10/07/2023 को अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, राजस्थान (उच्च शिक्षा) की राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय इकाई  का गुरु वंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की  मुख्य वक्ता पूर्व प्राचार्या डॉ.शशी सांचीहर रहीं एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. अंजना गौतम ने की l प्रदेश संयुक्त सचिव प्रो. अशोक सोनी ने संगठनात्मक परिचय एवं कार्यक्रम का विषय प्रवर्तन    करते हुए बताया कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, राजस्थान (उच्च शिक्षा) का वैशिष्ट्य ही इसे अन्य संगठनों से इसे अलग करता है।भारत में गौरवशाली गुरु-शिष्य  परंपरा प्राचीन समय से ही अनवरत चली आ रही है। आदिकाल से चली आ रही इस परंपरा का पालन करना एवं गुरु-शिष्य के संबंधों को पुनर्व्याख्यायित करना ही  गुरु वंदन कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य है।

 मुख्य वक्ता डॉ शशि सांचीहर  ने प्राचीन भारतीय परंपरा और ऐतिहासिक प्ररिप्रेक्ष्य में गुरु का महत्व बताया। उन्होंने बताया कि भारत प्राचीन काल से ही श्रेष्ठ गुरु शिष्य परंपरा का वाहक रहा है । यदि हम भारतीय इतिहास पर दृष्टि डालें  तो यहां रामकृष्ण परमहंस, द्रोणाचार्य ,वेदव्यास जैसे गुरु रहे हैं , वहीं आरुणि, विवेकानंद जैसे निष्ठावान शिष्यों की लंबी श्रंखला रही है । साथ ही उन्होंने गुरु शिष्य परंपरा की आदर्श स्थिति एवं वर्तमान कालीन स्थिति का वर्णन करते हुए गुरु वंदन कार्यक्रम की सार्थकता को रेखांकित किया ।

 अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए कार्यवाहक प्राचार्य प्रो अंजना गौतम ने कहा कि भारतीय मूल्य सनातन संस्कृति के प्रतीक हैं । भारतीय गौरवपूर्ण इतिहास  गुरु के महत्वपूर्ण योगदान और शिष्य के समर्पण की कथाओं से भरा हुआ है । वर्तमान में हमें अपने योगदान से गौरवशाली इतिहास को बनाए रखना है ।
कार्यक्रम का संचालन डॉ भवशेखर ने किया । कार्यक्रम के अंत में डॉ मुकेश व्यास ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया l कार्यक्रम में इकाई सचिव डॉ. राम सिंह भाटी सहित महाविद्यालय के शिक्षक साथी गण उपस्थित रहे ।

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