राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय उदयपुर के संगीत विभाग में 13, 14, और 15 फरवरी 2025 तीन दिवसीय कार्यशाला “रागदारी संगीत: रागांग अभ्यास एवं चिंतन” का शुभारंभ आज दिनांक 13 फ़रवरी 25 को मां शारदे के सम्मुख दीप प्रज्जवलन से हुआ l आयोजन सचिव लाजवंती बनावत ने स्वागत उद्बोधन के साथ कार्यशाला की रूपरेखा बताई l प्राचार्य प्रो. दीपक माहेश्वरी ने प्रतिभागियों को कार्यशाला में जो भी सिखाया जाए उसे एकाग्रता के साथ सीखने और अनुशीलन करने को प्रेरित किया l
विषय विशेषज्ञ प्रो. चेतना पाठक, मुंबई विश्वविद्यालय ने रियाज़, उसके महत्व और रियाज कब, क्यों और कैसे करें इन सभी बिन्दुओं पर विस्तार से प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया l रागदारी संगीत में सुर लगाव को अच्छा कैसे करें , कण, मुर्की, खटका गमक आदि के पलटो का रियाज कैसे किया जाए सिखाया l
प्रो. चेतना बताया कि जितने ख्याल के तत्व हैं उन प्रत्येक निजी तत्वों का रियाज़ कैसे होना चाहिए, बंदिशों का रियाज़ किस प्रकार से हो, आवाज को कैसे अच्छी बनाये, अलाप कैसे बनाएं आदि को यमन राग में अपनी गुरु डॉ.प्रभा अत्रे जी की बंदिश “लागी लागी रे हरि संग बंदिश” में सिखाया l
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