“रागदारी संगीत: रागांग अभ्यास एवं चिंतन” कार्यशाला का दूसरा दिन

राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय उदयपुर के संगीत विभाग में “रागदारी संगीत: रागांग अभ्यास एवं चिंतन” विषय पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के आयोजन सचिव प्रो. लाजवंती बनावत ने बताया कि कार्यशाला के दूसरे दिन दिनांक 14/2/2025 को  विषय विशेषज्ञ  प्रो. चेतना पाठक  ने राग जोग में  “अजहु न आए  सजनी” राग  पूरिया धनाश्री मे “तोरी  जय जय  करतार” राग  श्याम कल्याण में  “गज वदना  है  गणराया”  आदि   का प्रशिक्षण  दिया साथ ही रागों  मे स्वर लगाव,  अलाप और ताने बनाना सिखाया I राग पूरिया, पूरिया कल्याण, सोहनी  और मारवा आदि रागों  का तुलनात्मक रूप  से स्वर लगाव,  को बदलने पर किस तरह से राग बदल जाती  हैं , समझाया I राग श्याम कल्याण, शुद्ध कल्याण  शुद्ध  सारंग आदि  रागों के शास्र  पक्ष को स्पष्ट  करने के साथ बंदिशें  भी सिखायी I “राग मधुवंती में तराना ओदारे दारें तन दीम दीम” का प्रशिक्षण दिया साथ ही ताल पक्ष को भी स्पष्ट किया I

प्राचार्य प्रो. दीपक माहेश्वरी ने बताया कि कार्यशाला में कार्यशाला में 40 प्रतिभागियों ने बड़े उत्साह और लगन के साथ भाग लिया I कार्यशाला का संचालन डॉ. कौशल सोनी ने किया कार्यशाला में प्रो. अशोक सोनी, प्रो. सरोज गुप्ता, डॉ. रितु परमार  डॉ. नगेन्द्र श्रीमाली, डॉ. नरेन्द्र शेखावत आदि उपस्थित रहे I 

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