अध्यात्म एवं सेवा भाव से प्रेरित विवेकानंद केंद्र कन्या कुमारी की उदयपुर शाखा के निदेशक डॉ पुखराज सकलेचा के मुख्य आतिथ्य एवं महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो दीपक माहेश्वरी की अध्यक्षता में महाविद्यालय के सेमिनार कक्ष में स्वामी विवेकानंद जयंती और युवा दिवस का आयोजन किया गया। प्राचार्य द्वारा अतिथि स्वागत एवं विषय प्रवर्तन के पश्चात मुख्य अतिथि डॉ सकलेचा ने स्वामी विवेकानंद के बाल्यकाल की अनेक घटनाओं के माध्यम से उनके सेवा भाव, परोपकारी स्वभाव एवं आध्यात्मिक प्रवृत्ति का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद की शिकागो यात्रा एवं विद्वत्ता पूर्ण व्याख्यान का विशद परिचय दिया। विशिष्ट अतिथि डा रेणु पालीवाल, संस्कृत भारती विद्वत्परिषद, चित्तौड़ प्रान्त ने उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत -का आशय बतलाकर छात्राओं को स्वामी विवेकानंद के जीवन से प्रेरणा प्राप्त करने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि एवं सामाजिक कार्यकर्ता डा भूपेंद्र शर्मा ने ध्यान की महिमा को विस्तार से बतलाते हुए ध्यान का अभ्यास भी करवाया। इससे पूर्व कार्यक्रम के प्रारंभ में अपने स्वागत उद्बोधन में प्राचार्य प्रो. दीपक माहेश्वरी ने स्वामी विवेकानंद के विचारों को अत्यंत प्रासंगिक बताते हुए छात्राओं से उनके बताये मार्ग पर चलने का आह्वान किया I
महाविद्यालय में इस अवसर पर विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी द्वारा स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर एक चित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई।
इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद जयंती समारोह सप्ताह के दौरान सम्पन्न विविध प्रतियोगिताओं के विजेताओं को अतिथियों एवं प्राचार्य के द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम सप्ताह में भाषण प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, सद्वाक्य – सुविचार लेखन प्रतियोगिता तथा स्वच्छता अभियान आयोजित हुए।
कार्यक्रम का संचालन सरोज कुमार , जितेन्द्र सिंह राठौड़ ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ रेणुका वर्मा ने किया।
समापन राष्ट्रगीत से हुआ।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राओं और संकाय सदस्यों ने भाग लिया।