राजनीति विज्ञान परिषद के तत्वावधान में ‘भारतीय लोकतंत्र की सुदृढता में भारतीय संविधान की भूमिका’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन 

दिनांक 11 अगस्त 2025 को राजनीति विज्ञान परिषद के तत्वावधान में ‘भारतीय लोकतंत्र की सुदृढता में भारतीय संविधान की भूमिका’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया । इसमें मुख्य वक्ता प्रवीण कुमार झा प्रोफेसर, दिल्ली विश्वविद्यालय ने भारतीय लोकतंत्र के विकास में भारतीय संविधान की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपने वक्तव्य में भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र में लोगों की भागीदारी के महत्व की चर्चा करते हुए बताया कि भारत के संविधान का प्रारंभ एवं अंत  ‘हम भारत के लोगों से होता है’ । भारत का संविधान एक जीवंत प्रपत्र है जो समय के साथ परिस्थितियों के साथ तालमेल बिठाते हुए निरंतर विकसित हो रहा है। उन्होंने लोकतांत्रिक मूल्यो जैसे स्वतंत्रता, समानता एवं न्याय के महत्व का वर्णन करते हुए बताया कि संविधान ने हमारे समाज को भी  लोकतांत्रिक बनाने का कार्य किया है। आजादी के पश्चात राष्ट्र का निर्माण एवं सामाजिक – आर्थिक परिवर्तन प्रमुख चुनौतियां थी जिन्हें लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं  जैसे विधि के शासन इत्यादि के द्वारा दूर करने का प्रयास किया गया। वर्तमान में लोकतंत्र  से लोगों की भूमिका का जो ह्वास हो रहा है वह इस समय देश के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है।
इससे पूर्व विभाग प्रभारी डॉक्टर मंजू फडिया ने अतिथियों का स्वागत किया। विषय प्रवर्तन एवं अतिथि परिचय परिषद प्रभारी डॉ भावना पोखरना ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ वैशाली देवपुरा ने किया  एवं धन्यवाद  डॉ श्रद्धा तिवारी ने दिया।  डॉ कुलदीप फडिया,  अलका चोहान , डॉ भवशेखर, डॉ सरोज कुमार, डॉ नवीन झा उपस्थित रहे।

Principal,
Government Meera Girls College,
Udaipur 313001
India

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