छोटी-छोटी आदतें डालती हैं पर्यावरण पर बड़ा प्रभाव: मीरा कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक के जरिए दिया प्रकृति संरक्षण का संदेश

राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय में मंगलवार को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस को लेकर भूगोल विभाग की 30 छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया। यह नाटक परिसर में स्थित मुख्य मैदान पर प्रस्तुत किया गया, जिसमें छात्राओं ने पर्यावरण संरक्षण का महत्व बताया।
इस नुक्कड़ नाटक का मुख्य उद्देश्य समाज को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना और उन्हें इस दिशा में प्रेरित करना था। छात्राओं ने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से प्रदूषण, वनों की कटाई, जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता के क्षरण जैसे गंभीर मुद्दों पर प्रकाश डाला। नाटक में दिखाया गया कि किस प्रकार हमारी छोटी-छोटी आदतें भी पर्यावरण पर बड़ा प्रभाव डाल सकती हैं और हमें इन आदतों को बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने नाटक के माध्यम से यह संदेश दिया कि हमें प्रकृति के साथ सामंजस्य बैठाकर चलना होगा और इसके संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
इस अवसर पर प्राचार्य प्रो.दीपक महेश्वरी ने छात्राओं को अपने संबोधन से प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, “हमारे छात्राओं ने जो प्रयास किया है, वह सराहनीय है। इस प्रकार के आयोजन से न केवल छात्राओं में रचनात्मकता का विकास होता है, बल्कि समाज को भी जागरूकता का संदेश मिलता है।”

भूगोल विभाग की डॉ.सावित्री पाटीदार कार्यक्रम की आयोजन सचिव रहीं। प्रो. संध्या पठानिया और मंजू शक्तावत साथ में कुमारी सुरभि ने कार्यक्रम के सुचारु रूप से क्रियान्वयन के लिए सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के विभिन्न संकाय सदस्यों ने अपनी उपस्थिति देकर छात्राओं को प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का संचालन व स्वागत रुकैया तेलवाला ने और धन्यवाद कुमारी कुसुम सिंह पोरस ने दिया।

नाटक के अंत में दर्शकों ने छात्राओं की प्रस्तुति की खूब सराहना की और उनके प्रयासों की प्रशंसा की। इस कार्यक्रम ने सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि हमें अपनी धरती को बचाने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।

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