मनोविज्ञान विभाग (राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय उदयपुर) एवं एकेडमी ऑफ वेल बिंग सोसायटी द्वारा ‘‘मनोविज्ञान के परिप्रेक्ष्य’’ विषय पर आयोजित दस दिवसीय कार्यशाला का समापन डॉ. देवेन्द्र सिंह सिसोदिया (डीन पी.जी.) बी.एन. विश्वविद्यालय के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। इन्होनें जीवन में मनोविज्ञान के महत्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अजय कुमार चौधरी ने बताया कि दस दिवसीय कार्यशाला में 20 मनोवैज्ञानिकों द्वारा मनोविज्ञान के विभिन्न विषयों जैसे स्व-प्रबन्धन सकारात्मक मनोविज्ञान (तनाव प्रबन्धन) कार्य जीवन सन्तुलन (मुल्य संवर्धन) सांवेगिक बुद्धि आदि प्रासंगिक विषयों पर व्याख्यान दिये गये। कार्यशाला में लगभग 300 विद्यार्थी एवं व्याख्याताओं द्वारा भागीदारी की गई।