Vermicompost
वर्मी कम्पोस्ट प्रोग्राम रिपोर्ट
वर्मी कम्पोस्ट की यूनिट महाविद्यालय में 2019-20 में उधमिता एवं कौशल विकास के अन्तर्गत चालू की गई इस हेतु स्थान का चयन महाविद्यालय के बोटनिकल गार्डन को किया गया। इसमें एम.एस.सी. की प्राणीशास्त्र एवं वनस्पति शास्त्र की छात्राओं का पंजीकरण किया गया इसमें विषय विशेषज्ञ श्री वरदीचन्द पटेल बूझड़ा की दिशा निर्देश में केंचुए/गाय का गोबर और तीन वर्म बैड को व्यस्थित रुप से चालू किया गया। वर्मी कम्पोस्ट तीन माह में पूर्ण रुप से बनकर तैयार हो गई अतः महाविद्यालय में लगभग 150 किग्रा. वर्मीकाम्पोस्ट तीन माह में बनाई गइ। इसमें अत्यधिक पोषक तत्व एवं बिना किसी रसायन एवं पर्यावरण की हानि हुए पादपों को पोषण प्रदान करती है। इससे महाविद्यालय में सभी गार्डन एवं पेड़ों में वर्मीकाम्पोस्ट डालने से आर्थिक व्यय की बचत के साथ एक स्वस्थ्य वातावरण एवं पादप/पेड़ की वृद्धि होती है। एक बार डाले गए केंचुए प्रजनन के द्वारा अपनी संख्या बढाते रहते हैं। इससे प्रजनन के द्वारा अपनी संख्या बढाते रहते है इससे बार-बार व्यय भी नहीं होता एवं कम समय में खाद प्राप्त होती रहती है। काॅलेज प्रांगण की पेड़ पौधों की पत्तियां एवं ऑर्गेनिक वेस्ट भी खाद बनाने के काम आता है जिससे महाविद्यालय में स्वच्छ एवं ीमंसजील पर्यावरण मिलता है। इस हेतु कमेटी के समन्वयक 2019-20 डाॅ. फरहत बानो (वनस्पति शास्त्र), 2020-21 (प्राणी शास्त्र) सदस्य नसरीन बानो (वनस्पति शास्त्र), किरण टांक (वनस्पति शास्त्र) ने भरपूर सहयोग दिया एवं छात्राओं को निःशुल्क गाइड लाईन प्रदान की जिससे भविष्य में स्वावलम्बन एवं आत्मा निर्भरता साथ अपना और अपने परिवार का वित भार कम कर पर्यावरण को स्वस्थ रख सकें।